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प्रिलिम्स विषेश ( यू पी पी सी एस-2021)
- October 1, 2021
- Posted by: Sushil Pandey
- Category: Current Affairs
एक लाइनर प्रश्नोत्तर प्रिलिम्स विषेश ( यू पी पी सी एस-2021)
प्रश्न -1 पेरिस की एक अदालत ने साल 2012 में हुए चुनाव में तय राशि से दोगुना राशि खर्च करने के कारण पूर्व राष्ट्रपति निकोलस सरकोजी को कितने वर्ष कारावास की सजा सुनाई है?
उत्तर – एक वर्ष
प्रश्न 2 अखिल भारतीय आयुर्वेद संस्थान (एआईआईए) ने कितने साल तक के बच्चों में रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने वाला एक किट विकसत की है?
उत्तर -16 साल
प्रश्न -3 अंतरराष्ट्रीय अनुवाद दिवस (International Translation Day) किस दिन मनाया जाता है?
उत्तर- 30 september
प्रश्न -4 हाल ही में किस देश ने तालिबान के नेतृत्व वाले अफगानिस्तान को मल्टी-बिलियन डॉलर की लागत वाले चीन-पाकिस्तान आर्थिक गलियारा (CPEC) परियोजनाओं में शामिल होने पर चर्चा की है?
उत्तर – पाकिस्तान
प्रश्न -5 विश्व मुस्कान दिवस (World Smile Day) किस दिन मनाया जाता है?
उत्तर – अक्टूबर महीने के पहले शुक्रवार
प्रश्न -6 हाल ही में किस राज्य में अगले विधानसभा सत्र में सामाजिक जवाबदेही (Social Accountability) कानून पारित कराने की मांग को लेकर राज्यव्यापी अभियान चलाया गया है?
उत्तर –राजस्थान
डिटेल करंट अफेयर ( बुलेट पॉइंट के साथ )
मुख्य परीक्षा विशेष
प्रधानमंत्री ने स्वच्छ भारत मिशन-शहरी 2.0 और अमृत 2.0 का शुभारंभ किया
- “स्वच्छ भारत मिशन-शहरी 2.0′ का लक्ष्य शहरों को पूरी तरह से कचरा-मुक्त बनाना है”
- “मिशन अमृत के अगले चरण में देश का लक्ष्य है: ‘सीवेज और सेप्टिक प्रबंधन में सुधार, हमारे शहरों को जल-सुरक्षित शहर बनाना और यह सुनिश्चित करना कि कहीं भी कोई सीवेज का गंदा नाला हमारी नदियों में आकर न गिरे”
- “2014 में, 20 प्रतिशत से भी कम कचरे को प्रोसेस किया जाता था, आज हम दैनिक कचरे के लगभग 70 प्रतिशत को प्रोसेस कर रहे हैं, अब, हमें इसे 100 प्रतिशत तक ले जाना है”
- प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने आज स्वच्छ भारत मिशन-शहरी 2.0 और अटल कायाकल्प एवं शहरी परिवर्तन मिशन 2.0 का शुभारंभ किया।
प्रधानमंत्री कल 2 अक्टूबर को जल जीवन मिशन के बारे में ग्राम पंचायतों तथा पानी समितियों से बात करेंगे
- प्रधानमंत्री जल जीवन मिशन ऐप तथा राष्ट्रीय जल जीवन कोष का शुभारंभ करेंगे
- प्रधानमंत्री राष्ट्रीय जल जीवन कोष की भी शुरुआत करेंगे, जहां कोई व्यक्ति, संस्था, कंपनी अथवा समाजसेवी, चाहे भारत अथवा विदेश में हों, वे प्रत्येक ग्रामीण परिवार, स्कूल, आंगनवाड़ी केंद्र, आश्रमशाला तथा अन्य सार्वजनिक संस्थाओं में नल-जल कनेक्शन प्रदान करने में मदद करने हेतु योगदान कर सकते हैं।
पानी समितियों/वीडब्ल्यूएससी के बारे में
- पानी समितियां ग्रामीण जल आपूर्ति प्रणालियों की योजना, कार्यान्वयन, प्रबन्धन, संचालन तथा रखरखाव में प्रमुख भूमिका निभाती हैं, जिससे प्रत्येक परिवार को नियमित एवं दीर्घकालिक तौर पर स्वच्छ नल-जल उपलब्ध कराया जाता है।
- कुल 6 लाख से अधिक गांवों में से लगभग 3.5 लाख गांवों में पानी समितियां/वीडब्ल्यूएससी गठित की गई हैं। फील्ड टेस्ट किट्स के इस्तेमाल से जल की गुणवत्ता की जांच करने के लिए 7.1 लाख से अधिक महिलाओं को प्रशिक्षित किया गया है।
जल जीवन मिशन के बारे में
- प्रधानमंत्री ने प्रत्येक परिवार को स्वच्छ नल-जल उपलब्ध कराने के उद्देश्य से 15 अगस्त, 2019 को जल जीवन मिशन की घोषणा की थी।
- मिशन की शुरुआत के समय, केवल 3.23 करोड़ (17 प्रतिशत) ग्रामीण परिवारों के पास नल-जल आपूर्ति की सुविधा थी।
- कोविड-19 महामारी के बावजूद, पिछले दो वर्षों में 5 करोड़ से अधिक परिवारों को नल-जल कनेक्शन प्रदान किए गए हैं।
- अब तक लगभग 8.26 करोड़ (43 प्रतिशत) ग्रामीण परिवारों के लिए उनके घरों में नल-जल की आपूर्ति की जा रही है।
- देश के 78 जिलों, 58 हजार ग्राम पंचायतों और 1.16 लाख गांवों में प्रत्येक परिवार को नल-जल आपूर्ति की सुविधा उपलब्ध कराई गई है।
- अब तक 7.72 लाख (76 प्रतिशत) स्कूलों तथा 7.48 लाख (67.5 प्रतिशत) आंगनवाड़ी केंद्रों में नल-जल आपूर्ति की सुविधा प्रदान की गई है।
- , राज्यों की साझेदारी से 3.60 लाख करोड़ रुपए के बजट से जल जीवन मिशन को कार्यान्वित किया जा रहा है। इसके अलावा, 2021-22 से लेकर 2025-26 की अवधि के लिए गांवों में स्वच्छ जल एवं स्वच्छता के लिए 15वें वित्त आयोग के तहत विशेष अनुदान के रूप में पंचायती राज संस्थाओं के लिए 1.42 लाख करोड़ रुपए आवंटित किए गए हैं।
कोयला मंत्रालय ने परियोजना के क्रियान्वयन में बेंचमार्किंग समयसीमा की समीक्षा के लिए समिति का गठन किया
- कोयला मंत्रालय ने आज संयुक्त सचिव और वित्तीय सलाहकार की अध्यक्षता में एक समिति का गठन किया है, जिसमें एनटीपीसी, आईओसीएल, पीजीसीआईएल और ईसीएल के निदेशक (टी) प्रतिनिधि सदस्य भी सचिव के रूप में शामिल किये गए हैं।
- यह समिति सीआईएल, इसकी सहायक कंपनियों और अन्य सार्वजनिक उपक्रमों के 300 करोड़ रुपये से अधिक मूल्य की निविदाओं की जांच करके निविदा प्रक्रिया सहित परियोजना के क्रियान्वयन में समय सीमा की समीक्षा तथा बेंचमार्किंग के लिए गठित की गई है।
- उपरोक्त समिति का गठन एक सुदृढ़ तथा प्रभावशाली समय-सीमा का सुझाव देने के उद्देश्य से किया गया है और देखा जायेगा कि क्या निविदा जारी करने से पहले वैधानिक मंजूरी प्राप्त की जा सकती है।
वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग ने राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में धूल नियंत्रण संबंधी उपायों की निगरानी के लिए एक मजबूत ऑनलाइन तंत्र को स्थापित करने का आदेश दिया
- हरियाणा, उत्तर प्रदेश और राजस्थान की राज्य सरकारों तथा जीएनसीटीडी को परियोजना के प्रस्तावकों द्वारा धूल नियंत्रण संबंधी उपायों के अनुपालन की निगरानी के लिए ‘वेब पोर्टल’ स्थापित करने का निर्देश दिया
- एनसीआर के शहरी स्थानीय निकायों के तहत सभी परियोजनाओं को वेब पोर्टल पर पंजीकृत करना अनिवार्य
- धूल की रोकथाम के उपायों की प्रभावी निगरानी के लिए वेब पोर्टल में रिमोट कनेक्टिविटी के साथ वीडियो फेंसिंग का प्रावधान शामिल किया जाएगा
- परियोजना के प्रस्तावक परियोजना स्थलों पर विश्वसनीय और कम लागत वाले पीएम2.5 और पीएम10 सेंसर स्थापित करेंगे
- निर्माण-कार्य और तोड़-फोड़ (विध्वंस) अपशिष्ट प्रबंधन नियमों के सख्त कार्यान्वयन को सुनिश्चित करने के लिए धूल नियंत्रण संबंधी उपायों की निगरानी हेतु एक मजबूत ऑनलाइन तंत्र को स्थापित करना एक अनिवार्य आवश्यकता है।
- सीएक्यूएम के निर्देशों के अनुसार राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एनसीआर) में शहरी स्थानीय निकायों के इलाकाई अधिकार क्षेत्र के तहत निर्माण-कार्य और तोड़-फोड़ की गतिविधियों से जुड़ी परियोजनाओं (प्लाट क्षेत्र पर 500 वर्ग मीटर के बराबर या उससे अधिक) को अनिवार्य रूप से वेब पोर्टल पर पंजीकृत करना होगा। इसके साथ ही परियोजना के प्रस्तावकों द्वारा धूल नियंत्रण संबंधी उपायों के अनुपालन की प्रभावी एवं चौबीसों घंटे निगरानी के लिए वेब पोर्टल में रिमोट कनेक्टिविटी तकनीक से लैस वीडियो फेंसिंग का प्रावधान शामिल किया जाएगा। इसके अलावा, परियोजना समर्थकों को सी एंड डी परियोजना स्थलों पर विश्वसनीय एवं कम लागत वाले पीएम2.5 और पीएम10 सेंसर स्थापित करने की आवश्यकता है।
नीति आयोग ने आईएफपीआरआई, आईआईपीएस, यूनिसेफ और आईईजी के साथ संयुक्त प्रयास में 19 राज्यों और केन्द्र शासित प्रदेशों के लिए ‘द स्टेट न्यूट्रिशन प्रोफाइल’ लॉन्च किया
- नीति आयोग ने अंतर्राष्ट्रीय खाद्य नीति अनुसंधान संस्थान (आईएफपीआरआई), भारतीय जनसंख्या विज्ञान संस्थान (आईआईपीएस), यूनिसेफ और आर्थिक विकास संस्थान (आईईजी) के साथ संयुक्त प्रयास में 30 सितम्बर, 2021 को 19 राज्यों और केन्द्र शासित प्रदेशों के लिए ‘द स्टेट न्यूट्रिशन प्रोफाइल’ लॉन्च किया। ये राज्य पोषण प्रोफाइल नीति आयोग के अपर सचिव डॉ. राकेश सरवाल ने आईएफपीआरआई द्वारा आयोजित ‘भारत में पोषण की दिशा में प्रगति : राष्ट्रीय परिवार स्वास्थ्य सर्वेक्षण (चरण-1) से परिज्ञान’ नामक वेबिनार में जारी की।
- द स्टेट न्यूट्रिशन प्रोफाइल (एसएनपी), एनएफएचएस राउंड 3, 4 और 5 पर आधारित पोषण परिणामों, तुरंत और अंतर्निहित निर्धारकों एवं उपायों के बारे में पूरी जानकारी देते हैं।
- एसएनपी में महत्वपूर्ण डेटा का व्यापक संकलन शामिल है जो नीतिगत निर्णयों पर सकारात्मक प्रभाव डाल सकता है और क्षेत्र में अनुसंधान की सुविधा भी प्रदान कर सकता है।
- वेस्टिंग, स्टंटिंग, एनीमिया, कम वजन और अधिक वजन तथा एनसीडी (डायबिटीज, उच्च रक्तचाप) और उच्च रक्तचाप जैसे प्रमुख संकेतकों का रुझान विश्लेषण जिलों में प्रदर्शन की परिवर्तनशीलता को दर्शाता है।
- इन रिपोर्ट में सबसे अच्छा और सबसे खराब प्रदर्शन करने वाले जिलों सबसे अधिक भार वाले जिलों और सबसे अच्छे कवरेज वाले जिलों के बारे में उल्लेख किया गया है। एसएनपी पूर्ण गणना के आधार पर किए गए विश्लेषण पर आधारित हैं और इनमें साक्ष्य उपलब्ध कराने के लिए एनएफएचएस-5 से डेटा का उपयोग किया गया है, जो विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के दिशा-निर्देशों के अनुसार सार्वजनिक स्वास्थ्य के चिंता वाले राज्य में प्राथमिकता वाले जिलों और अन्य जिलों की संख्या की पहचान करने में मदद करता है।
- प्रत्येक एसएनपी में बच्चों, महिलाओं और पुरुषों के लिए महत्वपूर्ण बातों को शामिल किया गया है और इनमें ऐसे क्षेत्रों की पहचान की है जहां राज्य में और सुधार करने की क्षमता है।
- स्वास्थ्य और पोषण परिणामों और निर्धारकों के बारे में एनएफएचएस-5 के विश्लेषण पर दी गई प्रस्तुतियां प्रख्यात वक्ताओं (दिव्या नायर, आईडीइनसाइट; दिविज सिन्हा, इंस्टीट्यूट फॉर ह्यूमन सेटेलमेंट्स; शीला वीर, सार्वजनिक स्वास्थ्य पोषण और विकास केन्द्र और रश्मि अवुला, आईएफपीआरआई; एस. के. सिंह आईआईपीएस; रॉबर्ट जॉनसन, यूनिसेफ; विलियम जो आईईजी) और भागीदार संगठनों ने तैयार की हैं। इस वेबिनार में विभिन्न संगठनों के 200 से अधिक प्रतिभागियों ने भाग लिया।
श्री नितिन गडकरी ने कहा कि सरकार सार्वजनिक परिवहन और रसद को 100 प्रतिशत हरित एवं स्वच्छ ऊर्जा स्रोतों से प्रचालित करने के लिए प्रतिबद्ध है
- केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री श्री नितिन गडकरी ने कहा कि सरकार सार्वजनिक परिवहन और रसद को ऊर्जा के शत-प्रतिशत हरित एवं स्वच्छ स्रोतों से प्रचालित करने के लिए प्रतिबद्ध है।
- अंतर्राष्ट्रीय ऑटोमोटिव प्रौद्योगिकी पर संगोष्ठी को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री द्वारा शुरू किया गया राष्ट्रीय हाइड्रोजन मिशन गतिशीलता क्षेत्र के लाभ के लिए हाइड्रोजन प्रौद्योगिकियों का विकास करना चाहता है और भारत को हरित-हाइड्रोजन के उत्पादन तथा इस्तेमाल में अग्रणी बनाना चाहता है।
- उन्होंने कहा कि हरित हाइड्रोजन उत्पादन लागत का 70 प्रतिशत बिजली की लागत से आता है।
- इसलिए अक्षय ऊर्जा स्रोतों से अतिरिक्त बिजली हरित हाइड्रोजन उत्पादन के अर्थशास्त्र को पूरी तरह से बदल सकती है।
- उन्होंने कहा कि ग्रीन हाइड्रोजन को भविष्य का ईंधन कहा जाता है और यह एकमात्र ईंधन है जो हमें “शून्य कार्बन उत्सर्जन” के मिशन को प्राप्त करने में मदद कर सकता है।
- प्रोडक्शन लिंक्ड इंसेंटिव योजना का उद्देश्य भारतीय ऑटो क्षेत्र में ‘उन्नत ऑटोमोटिव प्रौद्योगिकी उत्पादों’ को बढ़ावा देना है जो जीवाश्म ईंधन उत्सर्जन को कम करने में मदद करते हैं।
- इस योजना से 42,500 करोड़ रुपये से अधिक का नया निवेश होगा और इस क्षेत्र में अतिरिक्त 7.5 लाख नौकरियों का सृजन होगा।
स्मृति मंधाना आस्ट्रेलियाई धरती पर टेस्ट शतक बनाने वाली पहली भारतीय महिला बनी
- महिला क्रिकेट में एक ऐतिहासिक उपलब्धि में स्मृति मंधाना ऑस्ट्रेलिया की भूमि पर टेस्ट मैच में शतक लगाने वाली पहली भारतीय महिला बन गई हैं।
- क्वींसलैंड में भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच पहली बार गुलाबी गेंद से खेले जा रहे दिन और रात के टेस्ट मैच के दूसरे दिन आज सुबह स्मृति ने भारत की पहली पारी में अपना शतक पूरा किया। उन्होंने 22 चौकों और एक छक्के की मदद से 127 रन बनाए।
- पहले दिन का खेल बारिश के कारण चाय के बाद स्थगित कर दिया गया था।
- खेल रोके जाने तक भारतीय टीम ने एक विकेट पर 132 रन बनाये थे।
- मंधाना और शेफाली वर्मा ने 93 रनों की साझेदारी कर भारत की मजबूत शुरुआत की।