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Current affairs
- September 6, 2021
- Posted by: Sushil Pandey
- Category: Current Affairs Present Day in News
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राष्ट्रपति ने नेवल एविएशन को ध्वज प्रदान किया
- नवल एविएशन आर्म 1951 में अस्तित्व में आई और अब उसके पास 250 से अधिक विमान हैं
- राष्ट्रपति और भारतीय सशस्त्र बलों के सर्वोच्च कमांडर श्री राम नाथ कोविंद ने 06 सितंबर 2021 को आईएनएस हंस, गोवा में भारतीय नेवल एविएशन को ध्वज प्रदान किया।
- नौसेनाध्यक्ष एडमिरल करमबीर सिंह हैं
राष्ट्रीय ध्वज प्रदान करने का महत्त्व
- शांति और युद्ध दोनों में राष्ट्र को दी गई असाधारण सेवा के सम्मान में, एक सैन्य इकाई को राष्ट्रपति का ध्वज प्रदान किया जाता है।
- नौसेना में राष्ट्रपति का ध्वज प्राप्त करने वालों में दक्षिणी नौसेना कमान, पूर्वी नौसेना कमान, पश्चिमी नौसेना कमान, पूर्वी बेड़ा, पश्चिमी बेड़ा, पनडुब्बी शाखा, आईएनएस शिवाजी और भारतीय नौसेना अकादमी शामिल हैं।
भारतीय नेवल एविएशन
- नवल एविएशन आर्म 1951 में अस्तित्व में आई और अब उसके पास 250 से अधिक विमान हैं
- नेवल एविएशन ने पिछले सात दशकों में हमारे राष्ट्र के लिए उल्लेखनीय और वीरतापूर्ण सेवा के साथ खुद को प्रतिष्ठित किया है।
- भारतीय नौसेना 27 मई 1951 को भारत के तत्कालीन राष्ट्रपति डॉ राजेंद्र प्रसाद से ध्वज प्राप्त करने वाली पहली भारतीय सशस्त्र सेना थी।
- यह शाखा 13 जनवरी 1951 को पहले सीलैंड विमान के अधिग्रहण के साथ अस्तित्व में आई और 11 मई 1953 को कोच्चि में आईएनएस गरुड़ को इसमें शामिल किया गया।
- आज नेवल एविएशन में भारतीय समुद्र तट के साथ अंडमान व निकोबार द्वीप समूह के नौ वायु स्टेशनों और तीन नौसेना वायु एन्क्लेव को मजबूती प्रदान करता है।
- पिछले सात दशकों में, यह एक आधुनिक, तकनीकी रूप से उन्नत और अत्यधिक शक्तिशाली बल में बदल गया है, जिसमें लड़ाकू विमान, समुद्री टोही विमान, हेलीकॉप्टर और दूर-संचालित विमान (आरपीए) सहित 250 से अधिक विमान शामिल हैं।
- आज नेवल एविएशन अपने संसाधनों के बल पर सभी प्रकार के सैन्य अभियानों के संचालन में सक्षम है।
- नेवल एविएशन भारतीय नौसेना की मुख्य भूमिकाओं – सैन्य, राजनयिक, कांस्टेबुलरी और हितकारी – का एक महत्वपूर्ण घटक है।
ब्रिक्स सम्मेलन
प्रधानमंत्री बृहस्पतिवार को 13वें ब्रिक्स सम्मेलन की अध्यक्षता वर्चुअल माध्यम से करेंगे
मुख्य बिंदु
- भारत 2021 में ब्रिक्स की अध्यक्षता कर रहा है।
- इस दौरान प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी इस महीने की नौ तारीख को वर्चुअल माध्यम से 13वीं ब्रिक्स शिखर बैठक की अध्यक्षता करेंगे।
- इसमें ब्राजील के राष्ट्रपति जायर बोलसानारो, रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन, चीन के राष्ट्रपति षी जिनपिंग और दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्रपति साइरिल रामाफोसा उपस्थित रहेंगे।
- भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल, न्यू डेवलपमेंट बैंक के अध्यक्ष मार्कोस त्रोयजो, ब्रिक्स बिजनेस काउंसिल के कार्यवाहक अध्यक्ष (प्रो टेम्पोर चेअर ) ओंकार कंवर, ब्रिक्स वुमेन बिजनेस अलायंस के कार्यवाहक अध्यक्ष ( प्रो टेम्पोर चेअर ) डॉक्टर संगीता रेड्डी, शिखर बैठक के दौरान इस वर्ष के निष्कर्षों पर रिपोर्ट प्रस्तुत करेंगे।
शिखर सम्मेलन का विषय
- शिखर सम्मेलन का विषय है- BRICS@15: निरंतरता, एकीकरण और आम सहमति के लिए ब्रिक्स के अंतर्गत सहयोग। भारत ने अपनी अध्यक्षता में चार प्राथमिकता के क्षेत्रों का उल्लेख किया है।
- ये हैं-
- बहुस्तरीय प्रणाली का सुधार, आतंकवाद का मुकाबला, टिकाऊ विकास लक्ष्यों को हासिल करने के लिए डिजिटल और प्रौद्योगिकीय माध्यम का उपयोग तथा सदस्य देशों के बीच लोगों का लोगों के बीच सम्पर्क बढ़ाना है।
- इन क्षेत्रों के अलावा शिखर बैठक में नेता, कोविड-19 महामारी के प्रभाव और अन्य वर्तमान वैश्विक तथा क्षेत्रीय मुद्दों पर विचारों का आदान-प्रदान करेंगे।
- प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ब्रिक्स शिखर बैठक की दूसरी बार अध्यक्षता करेंगे।
- इससे पहले उन्होंने 2016 में गोवा शिखर बैठक की अध्यक्षता की थी। इस वर्ष ब्रिक्स शिखर सम्मेलन की अध्यक्षता भारत, ब्रिक्स की 15वीं वर्षगांठ के समय कर रहा है।
डुगॉन्ग सन्टुअरी
- भारत की पहली डुगॉन्ग सन्टुअरी तमिलनाडु मई स्थापित की जाएग।
- डुगॉन्ग एक प्रकार की समुद्री गाय हैं।
- ये एक विलुप्त जाती मैं आती है
Author:admin
Sushil kumar pandey is Director of Adhyayan IAS Academy. He has the vast experience in teaching and content making in the field of civil services exam preparation , Academic , Scholarship exam and all other examination.