SYLLABUS OF UP TGT/PGT
उ0प्र0 माध्यमिक शिक्षा सेवा चयन बोर्ड
पाठ्यक्रम प्रशिक्षित स्नातक (TGT)
विषय–विज्ञान (05)
(अ) भौतिकी
विमा एवं मापन–
एस०आई०पद्धति में मूल मात्रक व्युत्पन्न मात्रक, इकाईयों का एक पद्धति से दूरी पद्धति में परिवर्तन, विमीय विधि से समीकरों का सत्यापन, अदिश एवं सदिश राशियाँ।
गति एवं बल–
सापेक्षिक गति, न्यूटन का सर्पक्षिक गति का सिद्धान्त विस्थापन, चाल एवं वेग, रेखीय गति, कोणीय गति और उनका संबंध, सरल रेखीय गति सतत् एवं विभिन्न गतियों, जड़त्व का सिद्धान्त, बल त्वरण, गति के समीरण, स्थितिज एवं गतिज उर्जा रेखी संवेग एवं कोणीय संवेग, उर्जा एवं संवेग का संरक्षाग, स्थितिज एवं गतिज उर्जा का एक दूसरे में परिर्वतन, गुरूत्वीय एवं जड़त्वीय द्रव्यमान, न्यूटन के गति के नियम, किया एवं प्रतिकिया, घूर्णन गति, बलयुग्म, छदमबल, उपकेन्द्रिय एवं अपकेन्द्रिय बल, कोरियलिस बल न्यूटन गुरूत्व का नियग, कैपलर का नियम, प्रक्षेप्य की गति, उपग्रहीय गति तुल्यकालि उपग्रह, पलायन वेग, गुरूत्वीय त्वरण, ऊँचाई, गहराई एवं भूमध्य रेखा के अनुसार “g” में परिवर्तन सरल आवर्त गति और उनका लाक्षणिक गुण, सरल लोलक, संरक्षित एवं असंरक्षित बल, प्रत्यानयन बल, आवर्तकाल की परिवर्तित करने वाले कारक, त्वरण एवं बिना त्वरण वाले फेज़ (लिफ्ट) भारहीनता की अवस्था ।
उष्मा–
उष्मा एवं तापमान की संकल्पना, एक पैमाने से दूसरे पैमाने में ताप रूपान्तरण का मापन, तापमान का परम माप, तापीय साम्य, ठोस में प्रसार, रेखिक, क्षेत्रिय बाहय एवं घनाकार एवं सरल रेखीय प्रसार एवं उनके संबंध, ठोस, उष्मा चाल, साम्य अवस्था ताप प्रवणता, अच्छे एवं बुरे चालक, उष्मा का संवहन, संवहन धारा, आभासी एवं वारतविक प्रसार, उष्मा का विकिरण, उत्सर्जकता, अवशोषकता. किरचाफ के नियम, कृष्णिका, वीन्स का विस्थापन का नियम, किसी कृष्णिका से विकिरण का प्लांक का नियम, विद्युत चुम्बकीय तरंगों के रूप में विकिरण, ताप एवं उर्जा घनत्व, न्यूटन का शीतलन का नियम विकिरण संशोधन, स्टीफन का नियम, ताप सामर्थ्य, ऊष्मा का जल तुल्यांक, ठोसो एवं द्रवों, गैसों के विशिष्ट उष्मा, मेयर का सम्बन्ध एक परमाणुक, द्विपरमाणुक एवं त्रिपरमाणुक गैसों के लिए विशिष्ट उष्मा का अनुपात उष्मा का मापन, कैलोरीमीटर, अवस्था में परिवर्तन, आईना, हाइग्रोमीटर उष्मा का यांत्रिक तुल्यांक, उष्मामतिकी का प्रथम नियम।
प्रकाश–
गोलीय दर्पण एवं लेन्स, अपवर्तनांक, प्रतिबिम्ब का बनना, मानव की ऑख, प्रकीरणन, अवर्णता, दूर एवं निकट दृष्टिदोष, स्पष्ट दृश्यता की न्यूनतम् दूरी, व्यतिकरण विवर्तन तथा धुवीकरण की मूल अवधारणाये।
विद्युत्–
सेल, प्राथमिक एवं द्वितीयक सेल, आंतरिक प्रतिरोन विद्युत वाहक बल इलेक्ट्रिानिक एवं चालन धारायें, अनुगमन वेग, माध्ययुक्त पथ, विश्राम काल, ओम का नियम, श्रेणीक्रम एवं समान्तर क्रम में प्रतिरोध. धारा एवं विभवान्तर का मापन, गैल्येनोमीटर का अमीटर एवं वोल्टमीटर में परिवर्तन, प्रतिरोध का मापन, व्हीट स्टोन सेतु पोस्ट आफिस बॉक्स मीटर सेतु, ए0सी0 एवं डी0सी0 धाराओं में भेद ट्रान्सफार्मर, चोक, कुंडली , मोटर एवं जनरेटर।
आधुनिक भौतिकी–
परमाणु की संरचना, परमाणु का वेक्टर माडल, बोर का हाइड्रोजन परमाणु सिद्धान्त, परमाणु उर्जा की मूल संकल्पना, सलयन, विखण्डन, किरणों का निर्माण, प्रकाश वैद्युत प्रभाव, पी०एन० संधि, प्रर्वधक की मूल संकल्पना ।
(ब) रसायन विज्ञान
द्रव्य
–प्रकृति एवं व्यवहार द्रव्य के प्रकार, तत्व एवं उनका वर्गीकरण (धातु एवं अधातु) यौगिक एवं उनके मिश्रण। रासायनिक संयोग के नियम-स्थिर, अपवर्त्य एवं व्युत्क्रम अनुपात का नियम, गैलुसक का गैसीय आयतन संबंधी नियम, मिशरलिक का समाकृतित्व का नियम। पदार्थ की संरचना-डाल्टन का परमाणु सिद्धान्त, परमाणु, अणु एवं उनके अभिलक्षण ।
परमाणु संरचना
–इलेक्ट्रान प्रोटान तथा न्यूट्रान की खोज। रदरफोर्ड का अल्फा किरण प्रकीर्णन प्रयोग तथा नाभिक की खोज। रदरफोर्ड, बोहर एवं समरफील्ड के परमाणु मॉडल। क्वाटम संख्याएं, आधुनिक परमाणु सिद्धान्त।
डीब्राग्ली समीरण, हाईजेन वर्ग-
अनिश्चतता सिद्धान्त S,P,D,F कक्षकों की आकृति आफबाउ सिद्धान्त, हुण्ड के नियम एवं पाउली के अपवर्जन सिद्धान्त के आधार पर तत्वों का इलेक्ट्रॉनिक विन्यास।
रेडियों सक्रियता-
रेडियों सक्रियता की खोज, रेडियों सक्रिय किरणे एवं उनके गुण, अर्धायु काल एवं औसत आयु, रेडियों सक्रिय क्षय के नियम, नाभिकीय विखण्डन एवं सलयन, कृत्रिम रेडियों सक्रियता। समस्थानिक, सम्भारी एवं समन्यट्रानिक।
रसायनिक आबंधन
–संयोजकता की मूल अवधारणा, इलेक्ट्रानिक सिद्वान्त, अष्टक नियम, अष्टक नियम के अपवाद, वैधुतसंयोजी, सहसंयोजी एवं उप सहसंयोजी आबंध । आयनिक सहसंयोजी एवं उप सहसंयोजी यौगिक के अभिलक्षण। ध्रुवण एवं फजान नियम। अक्रिय युग्म प्रभाव सह संयोजकता का संयोजकता आबंध सिद्धान्त (हाइड्रोजन अणु के लिए) संकरण तथा S.P.S.P. 2 एवं S.P.3 संकर कक्षकों की आकृति।
रासायनिक अभिक्रियायें-
संकेत/प्रतीक आयन एवं सूत्र। रासायनिक अभिक्रियाओं की रासायनिक समीकरणों द्वारा प्रस्तुति। भौतिक एवं रासायनिक परिर्वतन एवं उनमें अंतर । रासायनिक अभिक्रियाओं के प्रकार-विस्थापन, योगात्मक, वियोजन, अपघटन, द्विअपघटन, मंद तीव्र. उष्माक्षेपी. उल्फाशोषी एवं उत्प्रेरित अभिक्रियायें।
वैद्युत रासायनिक सेल-
वोल्टाइक सेल एवं इसके कार्य की क्रिया विधि। शुष्क सेल, लेड
भंडारण बैट्री, उत्क्रमणीय सेल, इलेक्ट्रोड विभव, नर्स्ट समीकरण एवं इसके अनुप्रयोग।
तत्वों का आवर्त वर्गीकरण-
मेन्डलीफ का आवर्ती वर्गीकरण एवं इसका आधार, मंडलीफ
आवर्त सारिणी के गुण एवं दोष, आवर्त सारिणी का परिवर्तित रूप एवं इसके महत्वपूर्ण लक्षण, तत्वों के आवर्ती गुण (परमाणु एवं आयनिक त्रिज्याएँ आयनन विभव, इलेक्ट्रान बंधुता तथा विधुत ऋणात्मक) वर्गों एवं आवतों में आवर्तन गुणों का परिर्वतन। एस. तथा पी. ब्लाक तत्वों के सामान्य गुण। प्रथम पंक्ति के संक्रमण तत्वों (3 डी0 ब्लाक के तत्वों) के गुणों की उनके इलेक्ट्रानिक्स विन्यास, आक्सीकरण अवस्था, रंग चुम्बकीय गुण एपं जटिल यौगिकों के निर्माण के संदर्भ में विवेचना।
सामान्य कार्बनिक रसायन-
प्रेरणिक, इलेक्ट्रोरिक तथा मेसोमेरिक प्रभाव ।
संयुग्मन, अनुनाद, एवं उनके अनुप्रयोग, इलेक्ट्रान स्नेही एवं नाभिक स्नेही अभिकर्मक, मुक्तमूलक, कार्बोकेटायन एवं कोर्बोएनायन। हाईडोजन आपंधन एवं इसके प्रभाव। कार्बनिक यौगिक का वर्गीकरण एवं उनको नामकरण।
समावयता-
संरचनात्मक एवं त्रिविम समावयता, कार्बनिक अभिक्रियाओं की क्रियाविधि की अवधारण। सरल प्रतिस्थापना, योगात्मक एवं निराकरण अभिक्रियाओं की क्रियाविधि।
निम्न कार्बनिक यौगिकों के बनाने की विधियाँ एवं उनके गुण-
एल्केन, एल्कीन, एल्काइन, एलिकलहैलाइड, कीटेन, एसिड एवं उनके व्युत्पन्न बेन्जीन, इसका निर्माण, गुण एवं संरचना।
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पाठ्यक्रम-प्रवक्ता (PGT)
नागरिक शास्त्र (10)
राजनीति सिद्धान्त-
राजनीतिकशास्त्र-
परिभाषा, विषय क्षेत्र एवं अध्ययन पद्धतियां,
राज्य-
परिभाषा, तत्व राज्य की उत्पत्ति के विभिन्न सिद्धान्त, राजनीतिक अवधारणाएं,
सम्प्रभुता-
अर्थ, प्रमुख विशेषताएं, सम्प्रभुता के प्रकार, एकलवादी एवं बहुलवादी सिद्धानत,
कानून-
परिभाषा, कानून के स्रोत, कानून और नैतिकता, स्वतंत्रता, समानता, अधिकार, न्याय,
राजनीतिकवाद
–व्यक्तिवाद, उदारवाद, प्रत्ययवाद, अराजकतावाद, फॉसीवाद, वैज्ञानिक समाजवाद प्रजातंत्र एवं अधिनायकतंत्र।
राजनीतिक दर्शन-
प्लूटो,अरस्तू, हाब्स, लाक, रूसो, जे0एस0 मिल, कार्लमार्क्स, लेनिन, माओत्सेतुंग, मनु, कौटिल्य, गांधी, नेहरू, डॉ0 अम्बेडकर, लोहिया और जय प्रकाश नारायण के राजनीतिक दर्शन |
तुलनात्मक राजनीति-
संघवाद- प्रमुख तत्व, प्रवृत्तियां एवं समस्याएं, नागरिकों के मौलिक अधिकार एवं कर्तव्य, व्यवस्थापिका संरचना कार्य, कार्यपालिका संरचना, अधिकार एवं स्थिति, न्यायपालिका- संरचना कार्य एवं स्वतंत्रता, नौकरशाही- कार्य, महत्व, प्रतिबद्धता एवं तटस्थता, निर्वाचन पद्धति समस्याएं एवं समाधान। राजनीतिक दल-दल दबाव समूल तथा लोकमत उपर्युक्त अवधारणाओं का अध्ययन भारत, ब्रिटेन, संयुक्त राज्य अमेरिका, फ्रांस एवं चीन के विशेष सन्दर्भ में।
अन्तर्राष्ट्रीय राजनीति-
सिद्धान्त एवं व्यवहार- प्रमुख अवधारणाएं- शक्ति संतुलन, समूहिक सुरक्षा, राष्ट्रीय हित, मुख्य प्रवृत्तियां- शीतयुद्ध, तनाव, शैथिल्य, असंलग्नता आन्दोलन (नैम), अन्तर्राष्ट्रीय संस्थाएं एवं संगठन – संयुक्त राष्ट्र संघ एवं उसके अभिकरण, आसियान, सार्क, प्रमुख मुद्दे- निःशास्त्रीकरण, नव अन्तर्राष्ट्रीय, आर्थिक व्यवस्था, उत्तर-दक्षिण वार्ता, दक्षिण सहयोग, तृतीय विश्व-अवधारणा एवं समस्याएं, विदेशी नीति-भारत, संयुक्त राज्य अमेरिका, रूस और चीन ।
भारतीय लोक प्रशासन-
सिद्धान्त एवं व्यवहार- प्रशासकीय व्यवहार- निर्णय करना, नेतृत्व के सिद्धान्त, सम्प्रेषण, अभिप्रेरणा, संगठन की संरचना, मुख्य कार्यपालिका, सूत्र स्टाफ एवं सहायक अभिकरण, विभाग निगम एवं स्वतंत्रता नियमकीय आयोग, कार्मिक प्रशासन, नौकरशाही भर्ती, प्रशिक्षण पदोन्नति, प्रशासन में सचरित्रता, उत्तरदायित्व एवं नियंत्रण-संसदीय नियंत्रण के अस्त्र के रूप में बजट, प्रशासन पर विधायकीय, कार्यपालिका एवं न्यायिक नियंत्रण, प्रशासकीय सुधार ।
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पाठ्यक्रम–प्रवक्ता (PGT)
भौतिक विज्ञान (01)
(1) यांत्रिकः
(अ) मात्रक एवं विभाएं:
अन्तर्राष्ट्रीय मात्रक पद्धति के सन्दर्भ में सदिशों की गणना (योग, घटाना एवं गुणा), प्रवणता, डाइवर्जेन्स एवं कर्ल द्रव्यमान केन्द्र, रेखीय संवेग, बलयुग्म, कोणीय संवेग, संरक्षी नियम, अभिकेन्द्रीय बल एवं त्वरण, केन्द्रीय बल, संरक्षी बल, स्थितिज ऊर्जा, गोलीय रोल एवं ठोस गोले के कारण गुरूत्व विभव एवं क्षेत्र व्युत्क्रम वर्ग नियम के अन्तर्गत गति, कैपलर के नियम, उपग्रह की प्रक्षेप्य गति, घूर्णन गति, कोणीय त्वरण, भौतिकी के सन्दर्भ में जड़त्व की परिभाषा, प्रत्यास्थता, प्रतिबल एवं विकृति हुक का नियम, वैद्युत स्थिरांक एवं उनके सम्बन्ध छड़ झुकाव, बेलनों में ऐठन, पृष्ठ तनाव-पृष्ठ तनाव का अणुक सिद्धान्त, संसजक एवं आसंजक बल, पृष्ठ ऊर्जा, कोशिकत्व क्रिया, स्पर्श कोण, अतिरिक्त दबाव, मेनिस्कस की आकृति, श्यानता: आदर्श प्रवाह, अविरतता का समीकरण, धारा रेखीय प्रवाह, बरनौली का सिद्धान्त, श्यान प्रवाह, श्यानता गुणंक, पाउ सौली का समीकरण, स्टोक का नियम।
(2) ताप भौतिकः
उष्मागतिक निकाय, उष्मागतिक तुल्यता, उष्मागतिक अवस्था, समतापीय एवं रूद्धोष्म प्रक्रम, ताप की संकल्पना, उष्मा एवं कार्य, तापीय क्रम उष्मा गतिकी का आन्तरिक ऊर्जा जूल का नियम एवं अनुप्रयोग, कार्नाट साइकिल, कर्नाट, इंजन एवं रेफ्रीजरेटर, परमताप पैमाना, कर्नाट का प्रमेय, उष्मागतिकी, का द्वितीय नियम गैसों का अणुगति सिद्धान्त- अणु गति के वितरण का मैक्सवेल वोल्टजमैन नियम वर्ग माध्यममूल गति का निष्पादन, औसत वेग एवं सर्वाधिक प्रायिकता वाला वेग, गैस का दाब, ऊर्जा के (इक्विपार्टीशन) का नियम, माध्य मुक्त पथ, परिवहन की घटना, वान्डर-वाल्स समीकरण। उष्मा चालन स्थाई अवस्था उष्मा चालकता, उष्मा के एकदिशीय प्रवाह का फोरियर समीकरण, बुरे चालकों की चालकता।
विकिरण:
विद्युत चुम्बकी तरंगों के रूप में विकिरण उत्सर्जन अवशेषण क्षमता, खोखले बर्तन में विकिरण, कृष्णिका से विकिरण, किरचाफ के नियम, तीव्रता एवं ऊर्जा घनत्व दाब एवं ऊर्जा घनत्व, न्यूटन का शीतलन का नियम, स्टीफन स्थिरांक, स्टीफन-वोल्टजमैन नियम, सौर स्थिरांक एवं सूर्य का ताप एवं कृष्णिका विकिरण के स्पेक्ट्रम में उर्जा का वितरण, वीन्स का वितरण का नियम, वीन्स का विस्थापन का नियम, रैले-जीन्स का नियम,
प्लांक का नियमः
ज्यामितीय प्रकाशिकी फार्मा सिद्धान्त एवं इसके अनुप्रयोग, समान कोण वाले प्रकाशिक वस्तु का कार्डिनल बिन्दु, पतले लेन्सों का संयोग, लेन्सों मे विपलन, प्रिज्म एवं लेंसों में अवर्णता, दृष्टिका, अप्लान्टीज्म, दृश्य क्षेत्र एवं क्षेत्र की गहराई, दूरदर्शी एवं सूक्ष्मदर्शी की आवर्धन एवं विभेदन क्षमता, आंख का विभेदन क्षमता, प्रिज्म की वर्ण विक्षेपण क्षमता।
भौतिक प्रकाशिकी :
व्यतिकरण व्यतिकरण के निरूपरण की शर्ते, स्थानिक एवं कालिक सम्बद्धता, यंग का दो पटियों का प्रयोग, फ्रिंज की चौड़ाई द्वारा तरंगदैर्ध्य का मापन, स्वाभाविक एवं प्रेरित उत्सर्जन, लेसर के उत्सर्जन के बारे में प्रारम्भिक विचार, उदाहरण के रूप में रूबी और हीलियम – नियान लेसर।
विवर्तन
: फ्रेनेल एवं फ्रानहांफर का विवर्तन, प्रकृति में दिखाने वाले विवर्तन के घटना के सरल अनुप्रयोग, प्रिज्म की विभेदन क्षमता रेले का कसौटी।
ध्रुवीकरणः
ध्रुवीय आध्रुवीय एवं खण्डित ध्रुवीय प्रकाश, सरल रेखीय ध्रुवीय प्रकाश, इसका उत्पादन एवं अभिज्ञान, परावर्तन द्वारा ध्रुवीकरण, बुस्टर का नियम, मैलस का नियम, एक अक्षीय क्रिस्टल से दो विवर्तन, निकोल प्रिज्म ध्रुवक, हाइजेंस का दोहरे विवर्तन का सिद्धान्त, प्रकाशीय धूर्णन का फ्रेनल सिद्धान्त, विशिष्ट घूणेन प्रकाशिक क्रियाशीलता, पोलारीमीटर, प्रकाशमिति, फलक्स प्रकाश का तीव्रता का मापन, एल-बी प्रकाशमापी, लैम्बर्ट का कोज्या सिद्धात। तरंगगति एवं इसके गुणधर्म कला एवं कलान्तर, सरल आवर्तगति इसके गुणधर्म एवं अनुप्रयोग (सरल लोलक, स्प्रिंग, एल०सी० सर्किट), वाधित गति, अनुनाद, प्रगामी तरंगे, आवर्त एवं तरंग गति, अध्यारोपण का सिद्धान्त, प्रस्पन्द, अप्रगामी तरंगे, किसी असतत सतह से तरंगों का प्रवर्तन किसी डोरी में गति, मेल्ड का प्रयोग आर्गन पाइप, अल्ट्रासोनिक तरंगे, डाप्लर प्रभाव, ध्वनि गति।
विद्युत स्थैतिकी :
विद्युत स्थितिक प्रेरण, कुलाम का नियम, गॉस का नियम, विद्युत क्षेत्र एवं विभव, द्विध्रुव के कारण विभव क्षेत्र एक से अधिक ध्रुवो के बारे में सामान्य जानकारी, विस्थापन एवं ध्रुवीय वेक्टर, लारेज्न विद्युत क्षेत्र ध्रुवणता के विभिन्न प्रकार, समान्तर प्लेट एवं गोलीय कन्डेसर, के समान्तर एवं श्रेणी क्रम, कन्डेन्सर की उर्जा।
चुम्बकस्थैतिकी
: एम्पियर का सिद्धान्त, बायो-सेवर्ट नियम, अनन्त लम्बाई के बारे में चुम्बकीय, वृत्तीय लूप एवं परिनालिका के कारण चुम्बकीय क्षेत्र, हेल्म होल्ट्स कुंडली, चुम्बकीय आपूर्ण चुम्बकीय वस्तुएं एवं चुम्बकत्व, चुम्बकीय माडल चुम्बकीय ससेप्टविलिटी।
विद्युत धारा :
परिगमन वेग ओम का नियम, किसी तार से धारा का प्रवाह, किरचॉफ का नियम, प्रतिरोधों का श्रेणी व समान्तर क्रम में संयोग, विशिष्ट प्रतिरोध, व्हीट स्टोन, सेतु मीटर सेतु, विद्युत वाहक बल, कैरी फास्टर सेतु, विभवमापी, प्राथमिक एवं द्वितीय सेल, धारा का ऊष्मीय प्रभाव, गैल्वेनोमीटर वोल्टमीटर एवं एक्मीटर में परिवर्तन।
विद्युत चुम्बकत्वः
विद्युत चुम्बकीय प्रेरण का फैराडे का नियम, विस्थापन धारा, स्वप्रेरण एवं अन्योन्य प्रेरण, युग्म परिपथ, ट्रांसफार्मर, नेटवर्क विश्लेषण की विधि, भंवर धारा, एण्डरसन सेतु।
चुम्बकत्वः
लारेन्स बल, विद्युत क्षेत्र में किसी आवेश की गति चलायमान आवेश के कारण उत्पन्न क्षेत्र सीधे धारावाही चालकों के बीच बल, विद्युत क्षेत्र में रखे किसी धारावाही चालक पर लगा बल ।
प्रत्यावर्ती धारा :
किसी ए0 सी0 परिपथ में प्रेरकत्व, धारिता एवं प्रतिरोध का व्यवहार, एल0सी0आर0 परिपथ, अनुनाद, क्वालिटी गुणांक, शक्ति गुणंक, चोक कुण्डली वाटहीन धारा।।
तापायनिक ट्यूबः
तापयनिक उत्सर्जन, रिचर्डसन का समीकरण, डायोड, अन्तरावेश, सीमित धारा चाइल्ड कानियम, अर्ध एवं पूर्ण तरंग दिष्टकारी, ट्रायोड एवं फिल्टर इनके अभिलाक्षणिक वक्र, ट्रायोड नियतांक, प्रवर्धक, कम्पनदर्शी, प्रतिविम्ब प्रेषण का सिद्धान्त, टेलीविजन, कैथोड किरण, कम्पनदर्शी, सालिडस्टेट, इलेक्ट्रानिक्स, माडुलेटर एवं डिटेक्टर।
प्रकाश विद्युत प्रभाव :
आइंसटीन का प्रकाश विद्युत समीकरण कार्यफलन एवं देहली आवृत्ति, फोटान, प्रकाश वोल्टीय सेल ।
आधुनिक भौतिकी :
हाइड्रोजन परमाणु का बोर सिद्धान्त ऊर्जा स्तर, आययन विभव, अवशोषण एवं उत्सर्जन, सौर स्पेक्ट्रम, प्रतिदीप्ति सतत एवं अभिलाक्षणिक x-किरण स्पेक्ट्रा, रेडियोधार्मिकता, अर्धआयुकाल, द्रव्यमान क्षति एवं बंधन ऊर्जा, कृत्रिम रूपान्तरण, विखण्डन एवं संलयन, मूल कण, नाभिकीय रियेक्टर ।